घटना के संबंध में प्रार्थी दीपेश कुमार निषाद, उम्र 26 वर्ष, निवासी महमरा द्वारा थाना पुलगांव में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। उसने बताया कि गांव के मनोज साहू ने अपने साथी मुकेश वर्मा और उसके भांजे रजत वर्मा के साथ मिलकर उसे खाद निरीक्षक के पद पर नौकरी लगाने का लालच दिया। इसके बदले चार लाख रुपए की मांग की गई, जिसमें से दो लाख रुपए नगद और शेष राशि ऑनलाइन माध्यम से ली गई। आरोपियों ने रकम प्राप्त करने के बाद फर्जी नियुक्ति आदेश व्हाट्सएप पर भेज दिया।
प्रार्थी ने आगे बताया कि आरोपी मनोज साहू और उसके साथियों ने कई अन्य लोगों से भी इसी तरह रकम वसूल कर धोखाधड़ी की है। शिकायत पर थाना पुलगांव (अंजोरा) में अपराध क्रमांक 420/2025 धारा 420, 467, 468, 471, 34 भादवि के तहत मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की गई।
विवेचना के दौरान पुलिस ने आरोपियों की पतासाजी कर उन्हें हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपियों ने नौकरी लगाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार कर लोगों से रकम वसूलने की बात स्वीकार की। जांच में यह भी सामने आया कि इन फर्जी नियुक्ति पत्रों को टाइपिंग सेंटर संचालक महेश हिरांव द्वारा तैयार किया गया था।
घटना का मास्टरमाइंड मनोज कुमार साहू है, जिसके कब्जे से लोगों को दिए गए फर्जी नियुक्ति पत्र, दस्तावेज और मोबाइल फोन जप्त किए गए। इसी तरह आरोपी रजत वर्मा और मुकेश वर्मा से भी फर्जी दस्तावेज और मोबाइल फोन जब्त किए गए। फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करने वाला महेश हिरांव, सेक्टर 6 भिलाई ए मार्केट से गिरफ्तार किया गया।
सभी चारों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी –
- मनोज कुमार साहू (40 वर्ष) निवासी अंजोरा, पुलगांव
- रजत वर्मा (25 वर्ष) निवासी भिलाई नगर
- मुकेश वर्मा (53 वर्ष) निवासी भिलाई नगर
- महेश हिरांव (63 वर्ष) निवासी हरिनगर, मोहन नगर
थाना पुलगांव पुलिस की सतर्कता से यह संगठित ठगी गिरोह बेनकाब हुआ है, जो बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी का लालच देकर धोखाधड़ी कर रहा था। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा नौकरी लगाने के नाम पर धन की मांग की जाए तो तत्काल पुलिस को सूचित करें।
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