छत्तीसगढ़ - छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन की मूल मांगों को कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा अपने मांग-पत्र में शामिल किए जाने पर सहायक शिक्षक समुदाय में सकारात्मक संदेश गया है। कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने सहायक शिक्षकों की प्रमुख मांगों को स्वीकार करते हुए कल होने वाले राज्यव्यापी आंदोलन में खुला समर्थन देने की घोषणा की है।इसी क्रम में कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने मनेंद्रगढ़ जिले में जिला संयोजक सहित तीन कर्मचारियों पर कलेक्टर मनेंद्रगढ़ द्वारा की गई निलंबन की कार्यवाही की कड़ी निंदा की है तथा निलंबित जिला संयोजक एवं तीनों कर्मचारियों का निलंबन आदेश तत्काल शून्य कर बहाल करने की मांग की है।
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन की वे मूल मांगें, जो मोदी की गारंटी में भी शामिल हैं, को कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने अपने पृथक मांग-पत्र में प्रमुखता से सम्मिलित किया है। इनमें प्रमुख रूप से सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने,क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान करने,VSK ऐप के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थिति की अनिवार्यता समाप्त करने,तथा टीईटी की अनिवार्यता के संबंध में राज्य सरकार द्वारा आवश्यक पहल करने जैसी महत्वपूर्ण मांगें शामिल हैं।उक्त मांगों को लेकर कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रदेश संयोजक श्री कमल वर्मा द्वारा मांग-पत्र जारी कर दिया गया है।इस संबंध में जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष श्री रविंद्र राठौर ने कहा कि प्रदेश के सहायक शिक्षक लंबे समय से वेतन विसंगति का दंश झेल रहे हैं। लगातार संघर्ष के बाद यह मांग मोदी की गारंटी में शामिल हुई, जिसे अब कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा भी अपने मांग-पत्र में सम्मिलित किया गया है।
उन्होंने कहा कि टीईटी की अनिवार्यता समाप्त करने एवं VSK ऐप के जरिए ऑनलाइन उपस्थिति की अनिवार्यता समाप्त करने जैसी शिक्षकों से जुड़ी गंभीर मांगों के शामिल होने से यह आंदोलन और अधिक मजबूत हुआ है। ऐसे में यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के साथ मिलकर अपनी मूल मांगों के लिए संघर्ष करें।
उन्होंने बताया कि कल 31 दिसंबर को प्रदेश के समस्त जिला मुख्यालयों में आयोजित धरना स्थलों पर छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन से जुड़े सभी पदाधिकारी एवं सदस्य सक्रिय रूप से आंदोलन में शामिल रहेंगे। प्रदेश अध्यक्ष श्री रविंद्र राठौर ने समस्त पदाधिकारियों एवं शिक्षक साथियों से अपील करते हुए कहा कि अब इस आंदोलन में शिक्षकों की मूल मांगें शामिल हो चुकी हैं, इसलिए सभी को एकजुट होकर इस आंदोलन को सफल बनाना होगा। उन्होंने सभी शिक्षक साथियों से धरना स्थल पर पहुंचकर अपने हक की आवाज बुलंद करने का आह्वान किया। समर्थन में शामिल पदाधिकारी/सदस्यगण रविंद्र राठौर, मनीष मिश्रा, देवेंद्र हरमुख, राजू टंडन,शेषनाथ पाण्डेय, बसंत कौशिक, कौशल अवस्थी, अश्वनी कुर्रे, सुरजीत सिंह चौहान,सिराज बक्श, पुरुषोत्तम झाड़ी, आदित्य गौरव साहू, टिकेश्वर भोई, तरुण वैष्णव,गोकुल जायसवाल, विजेंद्र चौहान, रोशन सहारे, नोहर चंद्रा, राजेंद्र वर्मा,मनीष डडसेना, हुलेश चंद्राकर, उमा पाण्डेय, नेमी सिन्हा, दीनबंधु वैष्णव,रूपिका रानी मरकाम, चंद्रप्रकाश तिवारी, दिलीप लहरें, अशोक धुर्वे,वीरेंद्र यादव, पंकज लहरें, दिनेश नायक, अशोक नाग, रामनरेश अजगल्ले,कोमल साहू, रीता भगत, महेश सेठी, दुर्गा वर्मा, मंजू देवांगन,बुधनी, अजय काशीनाथ बघेल, यशवंत यादव, मनोज कश्यप, सी.डी. भट्ट,रणजीत बनर्जी, आलोक त्रिवेदी, त्रिपेश चापड़ी, संतोष यादव, केशरी पैकरा,प्रदीप पटेल, आशीष गुप्ता, यशवंत दुबे, अभिजीत तिवारी, हेमकुमार साहू,छबि पटेल, इंद्रजीत शर्मा, बिहारीलाल बेरठ, राजेश मिश्रा, रामकृष्ण साहू,उत्तम बघेल, राजा राम पटेल, धनंजय सिंह, केशरीलाल पैकरा,नान्हू राजवाड़े, रविन्द्र गिरी सहित अन्य पदाधिकारी अपने-अपने जिलों में उपस्थित रहकर आंदोलन को सफल बनाएंगे।

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