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7 दिन, 1.44 लाख क्विंटल, और किसानों के चेहरे पर दिवाली वाली रौनक.

महासमुंद - महासमुंद में धान खरीदी का धमाकेदार सीन मानो पूरा जिला ही धान के खेत में बदल गया हो! ट्रैक्टरों की गड़गड़ाहट, बोरियों का ढेर, और किसानों की हंसी-खुशी का शोर; महासमुंद में इस वक्त यही माहौल है। खरीफ 2025-26 की धान खरीदी ने सिर्फ 7 दिनों में ही रफ्तार नहीं, रिकॉर्ड तोड़ने का इरादा पक्का कर लिया है।

123 केंद्रों पर अब तक खरीदा गया: 1 लाख 44 हजार 506.80 क्विंटल धान

182 में से बाकी केंद्र भी 24-48 घंटे में शुरू!

कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने साफ कहा है,

“एक भी किसान को परेशान नहीं होना चाहिए। जिस केंद्र में अभी खरीदी शुरू नहीं हुई, वहां भी पूरी मशीनरी तैयार है।”


बेमचा मंडी में त्योहार सा माहौल

सुबह 9 बजे से ही लाइन लगनी शुरू हो जाती है। कौंदकेरा गांव के प्रहलाद चंद्राकर 550 बोरे लेकर पहुंचे। चेहरे पर चौड़ी मुस्कान, हाथ में चाय का गिलास और मुंह से एक ही बात:

“अरे भाई, घर बैठे ऐप से टोकन कट गया। लाइन में खड़ा होना भूल ही गए हम लोग। तौलाई एकदम पारदर्शी, बारदाना फटाफट मिल गया। विष्णुदेव साय सरकार ने तो कमाल कर दिया!”

पास में ही देवेन्द्र साहू (25 एकड़ वाले मालिक) अपनी ट्रॉली खाली करवाते हुए जोर से हंसे,

“60 क्विंटल धान बेच दिया। हमारे लिए ये दिवाली भी है, दशहरा भी है, छेरता भी है! पैसा सीधे खाते में आएगा, टेंशन जीरो। अब तो बस यही दुआ है कि ऐसे ही चलता रहे।”


खास बातें एक नजर में

✔ घर बैठे टोकन: ‘टोकन तुहर हाथ’ ऐप से सेकंडों में काम

✔ जीरो लाइन, जीरो परेशानी

✔ तौलाई डिजिटल, कोई गड़बड़ नहीं

✔ बारदाना तुरंत उपलब्ध

✔ भुगतान 48 घंटे के अंदर खाते में

✔ 5 पंचायतों के 12 गांवों के किसान बेमचा में ही उत्साह से पहुंच रहे।


अब तक का स्कोर (21 नवंबर शाम 6 बजे तक)

कुल टोकन कटे: हजारों

बेमचा समिति में अकेले: 34 किसान, 2000+ क्विंटल

किसानों का मूड: 100% खुश


महासमुंद के खेतों से मंडी तक बस एक ही नारा गूंज रहा है:

“धान नहीं बिक रहा, किसान का दिल जीत रहा है!”

अगले कुछ दिनों में बाकी केंद्र भी शुरू होते ही ये आंकड़ा दोगुना होने की पूरी उम्मीद है।

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