दुर्ग - 12 दिसम्बर नगर पालिक निगम आयुक्त सुमित अग्रवाल के निर्देशन में आज नगर निगम एनयूएलएम के तहत वार्ड क्रमांक 35 बाबा रामदेव वार्ड में नगर निगम एनयूएलएम एवं इंडियन ओवरसीज बैंक द्वारा वित्तीय साक्षरता एवं जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों, विशेषकर महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं, सुरक्षित डिजिटल लेनदेन तथा सरकारी वित्तीय योजनाओं के बारे में जागरूक करना था।
कार्यक्रम में इंडियन ओवरसीज बैंक के राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन NULM के अधिकारी/कर्मचारी ओर अधिकारी प्रवीण वर्मा ने उपस्थित महिलाओं और समूह सदस्यों को बैंकिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान कीं। उन्होंने बताया कि हाल के वर्षों में ऑनलाइन माध्यमों के जरिए धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़े हैं, इसलिए प्रत्येक नागरिक को जागरूक रहते हुए ही किसी भी प्रकार के OTP, लिंक, कॉल या निजी जानकारी साझा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने ऑनलाइन बैंकिंग के सुरक्षित उपयोग, फिशिंग, साइबर फ्रॉड, संदिग्ध कॉल्स से बचाव और शिकायत प्रक्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक मार्गदर्शन दिया।
पीएम स्वनिधि योजना की पूरी जानकारी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के बारे में भी बताया गया, जिसके तहत शहर के पथ विक्रेताओं को बिना गारंटी के ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। प्रवीण वर्मा ने स्वनिधि योजना के सभी चरण
प्रथम किश्त (10,000 रुपये)
दूसरी किश्त (20,000 रुपये)
तीसरी किश्त (50,000 रुपये)
के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि समय पर भुगतान करने पर लाभार्थियों को ब्याज सब्सिडी और क्रेडिट कार्ड सुविधा भी प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य छोटे वेंडरों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है ताकि वे अपना व्यवसाय बढ़ा सकें।
बीमा योजनाओं की जानकारी बैंक अधिकारी ने महिलाओं को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और जीवन सुरक्षा बीमा योजना के लाभ, पात्रता और दावे की प्रक्रिया के बारे में भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि ये योजनाएँ कम प्रीमियम में बड़ी सुरक्षा प्रदान करती हैं और हर परिवार को इनका लाभ अवश्य लेना चाहिए। बड़ी संख्या में महिलाएँ रहीं उपस्थित इस कार्यक्रम में दीन दयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM) के तहत गठित स्व-सहायता समूहों की करीब 50 महिलाएँ शामिल हुईं। वार्ड की सामुदायिक संगठक श्रीमती निशा वर्मा ने महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि बैंकिंग ज्ञान आज के समय में अत्यंत आवश्यक है और ऐसे कार्यक्रम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कार्यक्रम के अंत में महिलाओं ने बैंक अधिकारियों से विभिन्न योजनाओं और प्रक्रियाओं से संबंधित सवाल पूछे, जिनका समाधान मौके पर ही किया गया। महिलाओं ने कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी बताते हुए ऐसी गतिविधियाँ आगे भी आयोजित करने की मांग की।

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