महासमुंद - नवरात्रि आराधना पर्व के पूरे 9 दिनों तक महासमुंद गरबा Night महोत्सव समिति द्वारा स्थानीय हाई स्कूल मैदान में पिछले 8 वर्षों तक गरबा Night उत्सव का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता रहा है उक्त कार्यक्रम में नगर की सभी मातृ शक्तियां ,सभी सम्मानित नागरिक गण ,युवा साथियों नन्हे बच्चों के द्वारा परंपरागत रूप से विभिन्न विधाओं के द्वारा माँ दुर्गा की स्तुति व आराधना स्वरूप गरबा नृत्य खेला जाता है उक्त 8 वर्षो के सफल आयोजन में प्रदेश के विभिन्न दलों व विभिन्न क्षेत्रो में अपना स्वर्णिम नाम अर्जित कर चुकी हस्तियां अतिथि के रूप में शामिल होती रही है l उक्त सादगी से पूर्ण रूपेण भारतीय संस्कृति से सराबोर कार्यक्रम की सराहना नगर वासियों के साथ अतिथियों के द्वारा किया जाता रहा है जिसकी चर्चा राजधानी समेत सम्पूर्ण प्रदेश में होती रही है जो हम सभी नगर वासियों के लिए गर्व का विषय रहा है
आदरणीय मीडिया के सम्मानित साथियों मैं आपको बताना चाहूंगी कि इस वर्ष भी समिति के सदस्यों ने गरबा night 2025 कार्यक्रम के आयोजन के लिए अपनी प्रारंभिक तैयारी प्रारंभ की थी जिसमे विधिवत जिला प्रशासन से उक्त कार्यक्रम की अनुमति के लिए जिलाधीश महोदय के कार्यालय ,अनुविभागीय अधिकारी राजस्व महासमुन्द ,तहसीलदार जी ,व नगर निरीक्षक सिटी कोतवाली से शासकीय गाइडलाइंस के तहत आवेदन लगाया गया था व कार्यक्रम सम्पन्न कराने की अनुमति की मांग की गई थी
इसी बीच सोशल मीडिया के माध्यम से मुझे ज्ञात हुआ कि मेरे कार्यक्रम गरबा night 2025 रोकने का लक्ष्य बनाकर कुछ संगठन सम्पूर्ण नगर में गरबा नृत्य को अनेक विकृतियों से सुसज्जित व धर्म की आड़ लेकर रोकने के लिए जिलाधीश कार्यालय घेराव की जानकारी मिली l लेकिन मुझे प्रशासन से पूर्व की तरह सम्पूर्ण सहयोग की आशा थी l लेकिन कार्यक्रम विध्वसंक उन चुनिंदा लोग जिनके धर्म वर्तमान तक अज्ञात है ना ही किसी धर्म पर आस्था, ना किसी धार्मिक कार्यों से वास्ता ,और ना ही किसी सामाजिक कार्यों में भूमिका व योगदान नही है ऐसे लोग और उनको पर्दे के पीछे मेरे निजी धार्मिक कार्यक्रम के प्रति हमेशा से अवरोध उत्पन्न रखने वाले लोग सामूहिक रूप से एकत्रित होकर धर्म ठेकेदार का चोला ओढ़ कर मेरे कार्यक्रम में विध्न डालने के ऐसे घेराव कार्यक्रम की रूपरेखा बना रहे है l
मीडिया जनों के आदरणीय साथियों सहित सम्पूर्ण नगर वासियों को ज्ञात है ऐसे छदम छुट भैया किस्म के लोग आज स्वयं को धर्म के ठेकेदार प्रचारित कर रहे है और जिला प्रशासन भी इनके इस षड्यंत्र को शह व सहयोग देने में कोई कसर बाकी नही रख रहा है
मैं मीडिया जनों के माध्यम से सम्पूर्ण महासमुन्द नगर के वासियों को यह बताना चाहूंगी कि ....ऐसे छुट भैया किस्म के लोगो का जिला प्रशासन पर इतना दबाव है कि मेरे सर्वप्रथम व परम्परागत गरबा night 2025 उत्सव के आवेदन की अनुमति जिला प्रशासन द्वारा अनुमति नही प्रदान की गई जबकि शहर में अन्य स्थानों पर गरबा कार्यक्रम विधिवत अनुमति प्रदान की गई....यह कैसा भेदभाव जिला प्रशासन द्वारा गरबा night 2025 कार्यक्रम के साथ किया गया .
जिला प्रशासन को आपके माध्यम से मैं यह पूछना चाहूंगी कि आखिर मेरे उक्त कार्यक्रम को अनुमति ना देने में क्या मजबूरी थी व किसका दबाव था एक ही विधा के धार्मिक कार्यक्रम में एक के साथ सम्पूर्ण सहयोग व एक के साथ पूरी शक्ति के साथ असहयोग व अनुमति प्रदान ना करने जैसा कृत्य... व पक्षपातपूर्ण कार्य क्यो किया गया ...व इसमें किन प्रमुख हस्तियों की भूमिका थी
एक तरफ राज्य शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन सामाजिक धार्मिक कार्यक्रमो के आयोजनों को सम्पूर्ण सहयोग व अनुमति विधिवत देने की बाते प्रचारित कर भारतीय धार्मिक कला संस्कृति के संरक्षण की बाते प्रचारित करती है दूसरी तरफ विगत 8 वर्षों से सफलता पूर्वक सम्पन्न हुए गरबा नाईट 2025 जैसे कार्यक्रम की अनुमति ना देने जैसे भेदभाव पूर्ण कार्यों को ततपरता से अंजाम देने के लिए सम्पूर्ण शक्ति लगाकर अंजाम तक पहुंचाती है ऐसा क्यों? राज्य के सरकार के अधीनस्थ जिला प्रशासन सरकार के उस दावे के उपहास व...विरोध का साक्ष्य है कि,...राज्य में धार्मिक आयोजन को बढ़ावा देने से प्रदेश वासियों के बीच आपसी प्रेम ,स्नेह भक्ति भावना की डोर मजबूत होगी व धर्म की राह पर चलकर प्रदेश प्रगति की दिशा में अग्रसर है
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